LATEST:


विजेट आपके ब्लॉग पर

Followers

इस ब्लॉग के अधिकाँश चित्र गूगल से सभार लिए गए हैं....
© कॉपीराईट नोटिस

इस ब्लॉग पर उपलब्ध साडी सामग्री का सर्वाधिकार सुधीर मौर्या सुधीर' के पास सुरछित हे. इनकी अनुमति के बिना इस ब्लाग से कुछ भी पूर्ण या आंशिक रूप से कापी करना वर्जित हे. कुछ भी प्रकाशित करने से पहले सुधीर मौर्या से लिखित इजाजत लेना और रचनाकार के तौर पर सुधीर मौर्या के नाम का स्पष्ट उल्लेख करना जरुरी हे.


Friday 12 October 2012

तेरे होंठ की सुर्खी...




तेरे होंठ की सुर्खी ले-ले कर
हर फूल ने आज किया सिंगार
तेरे ज़ुल्फ़ की खुशबु मौसम में
तेरे दम सेकालियों पे है निखार

जिस महफ़िल में तुम आ जाव
वहां एक सुरूर आ जाता है
मेरे शानो पे जब सर रखती हो
मुझे खुद पे गुरुर आ जाता है

कविता संग्रह 'हो न हो' से..