भ्रष्टाचारी कब तक लगायंगे दाग हिंद के भाल में,
कब तक समायंगे बेगुनाह असमय काल के गाल में.
एक तरफ तो चीन हे एक तरफ नापकियाँ हें,
फंस रहा हे देश फिर से दुश्मनों के जाल में.
कौन करेगा मुकाबला अब देश के आतंकियों से,
न प्रताप में वो तड़प रही न ख़म शिवा की चाल में.
गाय चराना बंसी बजाने का अब कुछ है काम नहीं,
हाथो में अब चक्र उठाओ यदुनन्दन इस साल में.
Sudheer Maurya
09699787634

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