LATEST:


विजेट आपके ब्लॉग पर

Followers

इस ब्लॉग के अधिकाँश चित्र गूगल से सभार लिए गए हैं....
© कॉपीराईट नोटिस

इस ब्लॉग पर उपलब्ध साडी सामग्री का सर्वाधिकार सुधीर मौर्या सुधीर' के पास सुरछित हे. इनकी अनुमति के बिना इस ब्लाग से कुछ भी पूर्ण या आंशिक रूप से कापी करना वर्जित हे. कुछ भी प्रकाशित करने से पहले सुधीर मौर्या से लिखित इजाजत लेना और रचनाकार के तौर पर सुधीर मौर्या के नाम का स्पष्ट उल्लेख करना जरुरी हे.


Friday, 14 September 2012

गैरों की बज़्म में यूं बेरिदा ही झमके...



तेरे इश्क में सितमगर कैसे अज़ाब देखे
काँटों पे ज़बीं रखे रोते गुलाब देखे

गैरों की बज़्म में यूं बेरिदा ही झमके
हमने तो रुख पे तेरे हरदम नकाब देखे

बनके रकीबे जां तुम उल्फत में मुस्कराए
मिटा के मुझको तुने कैसे शवाब देखे

इश्क की बला से कोई बच न सका 'सुधीर'
इसके कहर से खाक में मिलते नवाब देखे....

ग़ज़ल संग्रह 'आह' से...

सुधीर मौर्य 'सुधीर'
  

No comments:

Post a Comment